सोमवार को मलसीसर कस्बे के सुप्रसिद्ध बाबा प्रेम गिरी महाराज के मठ में हुआ धर्मसंसद का आयोजन।
सोमवार को मलसीसर के प्रेमगिरि मठ की जमीन पर अतिक्रमण को लेकर रायमाता मंदिर महंत दशमी गिरी महाराज के सानिध्य में धर्म सभा का आयोजन किया गया। धर्म सभा में मलसीसर सहित आसपास के क्षेत्र से सैकड़ों लोगों ने शिरकत की । सभा में बिसाऊ आश्रम के संत रविनाथ महाराज, पूर्व प्रधान गिरधारी लाल खिचड़, कृष्ण कुमार जानू, ऊषा कोशिक, सुधीर चौमाल व अरुण कौशिक ने तल्ख भाषा में कहा कि शासन व प्रशासन कान खोल कर सुन ले धार्मिक संस्थाओं पर अतिक्रमण किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
वहीँ मठ के प्रतिनिधि शस्त्र गिरी महाराज ने कहा कि राजगढ़ बाईपास पर हमारे मठ की जमीन है, जिसमें बालाजी का मंदिर बना हुआ है। और बाहर की तरफ दुकानों का मुकदमा कोर्ट में विचाराधीन है, जो भी फैसला माननीय उच्च न्यायालय का होगा हमें स्वीकार होगा लेकिन अतिकर्मी ने मंदिर का मुख्य प्रवेश द्वार रोककर अन्य भूमि पर कब्जा कर लिया जो न्याय संगत नहीं है । जिसको संत समाज कभी भी बर्दाश्त नहीं करेगा उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर हमने हमारे राष्ट्रीय जूना अखाड़े को अगर सूचित कर दिया तो मामला और बढ़ जाएगा लेकिन हम शांति चाहते हैं।
(धर्म संसद का वीडियो)
इस संबंध में प्रशासन ने रविवार को संज्ञान लेकर मंदिर के प्रवेश का मुख्य रास्ता खुलवा दिया व अतिक्रमी को जल्द से जल्द अतिक्रमण हटाने की हिदायत भी दी थी।
मठ में आयोजित धर्म सभा मे लोगो ने एकजुट होकर अतिक्रमण हटाने की मांग की जिसके बाद धर्म सभा में उपस्थित सैकड़ों लोग रैली के माध्यम से उपखंड कार्यालय पहुंचे। जहां एसडीएम साधु राम जाट को ज्ञापन देकर मांग की कि हमारे धार्मिक स्थल पर किए गए अतिक्रमण को हटाया जाए व भविष्य में इसकी पुनरावृत्ति ना हो इसके लिए अतिक्रमी को पाबंद किया जाए। एसडीएम ने मामले के निपटारे को लेकर 5 दिनों का समय मांगा है,ओर कहा कि जल्द से जल्द इस भूमि को अतिक्रमण मुक्त करा दिया जाएगा। जिसके बाद संत समाज वापस मठ में पहुंचा और 5 दिनों के बाद की रणनीति तैयार की।
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