-->

Ticker

9/recent/ticker-posts

Ad Code

गांवो के हालात हैं बद से बदतर टमकोर PHC में मरीजों को देखने के लिए पर्याप्त डॉक्टर तक भी नहीं हैं।


 कोरोना से गांवो के हालात बद से बदतर हैं हर घर मे कोई न कोई बुखार या जुखाम से पीड़ित है और मोतों का सिलसिला भी जारी हैं।



यही हालत मलसीसर उपखंड के सबसे बड़े गाँव टमकोर में देखने को मिल रहे है। यह गाँव उपखंड में सबसे बड़ा गाँव हैं इस गांव के बाजार और हॉस्पिटल पर आसपास के 15 गाँव निर्भर हैं। आसपास के छोटे-मोटे गाँव-ढाणी के लिए यह एक बहुत बड़ी मंडी हैं। इसी प्रकार गाँव के आसपास के क्षेत्र में यहाँ एक मात्र PHC हैं। जहां के हालातों की बात करे तो यह तत्कालीन सरकार द्वारा विधायक रीटा चौधरी की अनुसंशा पर इसको इस बजट में मुख्यमंत्री द्वारा CHC में कर्मोनत कर दिया गया हैं, CHC तो दूर की बात यहाँ PHC में कार्यरत स्टाफ़ ओर संसाधन भी इस महामारी के आगे  कम पड़ रहा हैं। जबकि गाँव मे अभी तक 20-25 कोरोना पॉजिटिव केस मिल चुके है और 3-4 मौत कोरोना से हो चुकी हैं। फिर भी स्वास्थ्य विभाग का यह रवैया हैं।  इतने ज्यादा संक्रमित मिलने के कारण गाव को लगातार 8 दिनों से कंटेन्मेंट जोन घोषित कर रखा हैं। परन्तु चिकित्सा संसाधनों की कमी को दूर नहीं किया जा रहा हैं स्तिथि इतनी भयानक होने के बावजूद यहाँ के मरीजों को रेफर करने के लिए एम्बुलेंस तक नही मिल रही हैं।  गांव से जिला मुख्यालय यहाँ से 50 किलोमीटर की दूरी पर हैं मरीजो को खुद के निजी साधन कर के हॉस्पिटल जाना पड़ रहा हैं । सोचने वाली बात यह कि तीन दिन पहले गाँव मे एक व्यक्ति की हालत बहुत खराब होने के बावजूद उसको एम्बुलेंस मिलना तो दूर की बात कोई निजी वाहन भी नही मिला झुंझुनूं जाने के लिये। अब सवाल यह खड़ा होता हैं कि इस खतरनाक स्थिति में भी यह हालत हैं तो प्रशासन और सरकार क्या कर रही हैं। गाँव के हालातों पर चर्चा की गई तो गांव के लोगों ने बताया की आसपास के गांवों के मरीज भी यहाँ आ रहे है झुंझुनूं की तो छोड़ो चुरू जिले के लोग भी इलाज के लिए टमकोर आ रहे हैं ओर हॉस्पिटल का स्टाफ जितना है वो कम पड़ रहा हैं मरीजो के मुकाबले ।



श्रीमती संतोष सोनी (सरपंच टमकोर)

गाँव के हालात महामारी के कारण बहुत खराब हैं PHC को CHC में कर्मोनत करने के बावजूद यहाँ पर्याप्त स्टाफ व साधन नहीं हैं। ग्राम पंचायत अपने स्तर पर  महामारी रोकथाम के हर संभव प्रयास कर रही हैं। परन्तु स्वस्थ्य विभाग का सकारात्मक प्रयास बहुत जरूरी हैं।

गोकुल चंद सोनी (जिला परिषद सदस्य ) भूतपूर्व सरपंच टमकोर

अभी फिलहाल की  गाँव की समस्या कोरोना से लड़ना हैं।. लेकिन गाँव की पीएचसी में एक मात्र डाक्टर हैं । खतरनाक स्थिति में गाँव में कोई साधन नहीं। इसलिये  जिला कलेक्टर व सी एम एच ओ से मेरी मांग हैं कि कई मौतें होने व 20-25 केश पोजीटिव होने के कारण यहाँ के हालात खराब है। मेरा उनसे निवेदन हैं कि यहाँ तुरंत और डाक्टर लगाकर  व संसाधन उपलब्ध करवाकर कोरोना के ईलाज की विशेष व्यवस्था की जावे। 

आकाश जाखड़ (CHC प्रभारी अधिकारी )

गाँव मे 18 केस अभी तक कोरोना संक्रमित मिल चुके है 3 लोगो की मौत भी हो चुकी हैं। टमकोर PHC आसपास के क्षेत्र के 15-20 गांव व ढाणियों की एक मात्र आस हैं । में ओर मेरा सहयोगी स्टाफ पूरी तत्परता से गांव में अपनी सेवा दे रहें है। हमारी प्राथमिकता हैं कि हम हर स्थिति में गांव को संक्रमण मुक्त करें। 

सुधीर कुमार जांगिड़ (ग्रामीण टमकोर)

गावँ के हालात बहुत खराब है टमकोर PHC कर्मोनत होने के बावजूद यहाँ साधनों की कमी है सरकार और प्रशासन मूक हैं। इस से बुरे हालात क्या हो सकते है। 


हम आप से निवेदन करते है अपने घरों में रहें और सुरक्षित रहें जरा से भी लक्षण दिखाई दे तो तत्काल चिकित्सा सहायता लेंवे। ओर अति आवश्यक हो तभी घर से बाहर निकले और निकलते समय मास्क जरूर पहनें। क्योंकि जान हैं तो ज़हान हैं।



हमारे पेज पर अपने निजी व व्यवसाय संबंधी विज्ञापन व किसी प्रकार की खबर प्रकाशित करवाने के लिए संपर्क करे ।

संपर्क सूत्र:- +91-8955966609

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ

Ad Code