ऐसा 1950 के दशक में होता था जब एक बस व्यक्ति को कोलकाता से लंदन पहुंचाती थी। सोशल मीडिया पर विक्टोरिया कोच स्टेशन, लंदन की कुछ तस्वीरें सामने आईं हैं और उसमें कोलकाता जाने वाली बस में कुछ यात्रियों को चढ़ते देखा जा सकता है।
एक खबर के रिपोर्ट के मुताबिक यह बस 48 दिनों में पूरा सफर कराती थी और ओर शुरुआत में इसका किराया उस समय 85 पाउंड था। उस समय में यह किराया बहुत ही महंगा था। पृथ्वी का व्यास 12,742 km है जबकि कोलकाता से लंदन की दूरी करीबन 7,957 km है। दरअसल आधी से ज्यादा पृथ्वी का चक्कर अपनी यात्रा में यह बस लगा लेती थी।
इस लक्जरी बस का नाम 'एल्बर्ट' था और यह साल 1972-73 में चलती थी। यह बस लंदन(इंग्लैंड) से चलकर बेल्जियम, जर्मनी, ऑस्ट्रिया, यूगोस्लाविया, बुल्गारिया, टर्की, ईरान, अफगानिस्तान, पाकिस्तान से होते हुए भारत वापस आती थी। जब यह बस भारत आती थी तो यह नई दिल्ली, आगरा, प्रायगराज(तब इलाहाबाद), बनारस से होते हुए कोलकाता पहुंचती थी।
टीकट की बात करें तो इसके अंत तक के समय 145 पाउंड यानी आज के समय में 13,644 रुपये का खर्चा एक तरफ की यात्रा करने पर आता था। इस टिकट के खर्चे में खाने पीने और होटल वग़ैरह में रहने का पूरा इंतजाम होता था। इतना ही नहीं शॉपिंग की सुविधा भी रास्ते में पड़ने वाले बड़े शहर जैसे दिल्ली, तेहरान, साल्ज़बर्ग, काबुल, इस्तांबुल, विएना में थी।
बता दें कि 48 दिन इस पूरे टूर में लगते थे और मनोरंजन और सुविधा के लिए रेडियो, फ़ैन हीटर, सोने के लिए अलग कमरे भी रास्ते के लिए मौजूद होते थे।
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