जैन तेरापंथ धर्मसंघ के 10 वे गुरु आगम मनीषी-प्रेक्षाप्रेणता युगप्रधान आचार्य श्री महाप्रज्ञ की जन्मधरा पर प्रस्तावित कीर्ति-स्तंभ निर्माण भूमि पर शुक्रवार को आचार्य श्री महाश्रमण की सुशिष्या साध्वी सुरजप्रभा व उनके सहवर्ती साध्वी डॉ लावण्य यश,साध्वी सोमश्री,साध्वी नेतिकप्रभा के सानिध्य में उनकी पैतृक भूमि पर मंत्रोच्चारण के साथ आध्यात्मिक अनुष्ठान किया गया। जिसमे साध्वी डॉ लावण्ययशा ने विविध मंत्रो से अनुष्ठान करवाया व साध्वी सुरजप्रभा ने आचार्य महाप्रज्ञ के जीवनवृत्त के बारे में बताया।
कार्यक्रम में मुख्यातिथि मुम्बई प्रवासी मोमासर निवासी विजय संचेती रहे व कार्यक्रम की अध्यक्षता साध्वी नेतिकप्रभा के सँसार पक्षिय माता विजयश्री नाहर ने की।
महाप्रज्ञ कीर्ति सतंभ के संयोजक विमल चोरड़िया ने बताया कि आचार्य श्री महाप्रज्ञ की पैतृक भूमि पर उनके नाम से महाप्रज्ञ कीर्ति स्तंभ का निर्माण किया जा रहा है। जिसको घण्टाघर का स्वरूप दिया जाएगा। इसकी ऊंचाई लगभग 51 फिट रहेगी। इस स्तंभ के भीतर आचार्य महाप्रज्ञ सहित टमकोर से दीक्षित 27 अन्य साधु - साध्वियों के जीवनवृतांत के बारे में वर्णन किया जाएगा।
इस कार्यक्रम में अनिल चोरडिया, रघुवीरसिंह धेतरवाल, रतनलाल वर्मा,करणी सिंह राठौड़,सुरेन्द्र सिंह,ओम मीणा, सुभाष सहारण,झालू सिंह,वीरेंद्र सिंह,महिला मंडल की अध्यक्षा निर्मला कोठारी, मंत्री अरुणा नाहटा,विजया संचेती आदि उपस्थित रहे।
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