यह कथा कथावाचक संत जानकिश्वाराचार्य महाराज द्वारा बालाजी मंदिर में वाचन की जाएगी। कथा का समय प्रतिदिन दोपहर 2:00 बजे से लेकर 5:30 बजे तक रहेगा। कथा के बीच में सुंदर-सुंदर झांकियां दिखाई जाएगी। इस कथा को लेकर तैयारियां बालाजी मंदिर में कई जा रही हैं। कथा वाचक संत जानकिशवाराचार्य महाराज ने बताया कि रामकथा श्रवण से जीवन मे पाप का नाश होता हैं व सद्भाव बना रहता हैं।वही रामनवमी व नवसंवत्सर के अवसर पर 30 मार्च को टमकोर में विशाल शोभायात्रा का आयोजन भी किया जाएगा। जिसमे बालाजी मंदिर से यह शोभायात्रा शुरू होकर बस स्टैंड होते हुए रूंगटा कुआँ, गणगौरी कुआँ, मुख्य बाजार,धनान बॉस,सीनियर स्कूल होते हुए वापस बालाजी मंदिर पहुँचेगी। इस शोभायात्रा में गाजे-बाजे के साथ रामदरबार की झांकी भी निकाली जाएगी।
0 टिप्पणियाँ
अपनी राय यहाँ दर्ज करें।