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मलसीसर में जमीनी फर्जीवाड़े के शिकार हुए लोग,100 से अधिक घरों पर आया संकट।

मलसीसर कस्बे की राजगढ़ बाईपास पर स्थित कृषि भूमि का दो बार बेचान करने का मामला सामने आया है। इस कृषि भूमि पर 100 से अधिक परिवार काफी समय से पक्के बना मकान बनाकर बसे हुए हैं।
इन परिवारों ने इस भूमि में से भूमि क्रय कर दिन रात मेहनत कर अपने मकान बनाये परंतु वर्तमान में इसी भूमिका बेचान दूसरी बार कर दिया गया औऱ ग्राम पंचायत ने भी बिना सोचे समझे जमीन के इंतकाल को तस्दीक कर करीब 100 से अधिक परिवारों को अधर झूल में छोड़ दिया। 
 जानकारी मिलने के बाद गुरुवार को लोगों ने ग्राम पंचायत का घेराव कर जमीन की रजिस्ट्री निरस्त करने की मांग की और ग्रामीण पूर्व सरपंच विनोद प्रजापति के नेतृत्व में जुलूस के रूप में उपखंड कार्यालय पहुँच कर एसडीएम हवाई सिंह यादव को ज्ञापन देकर मामले को संज्ञान में लेकर कार्रवाई करने की मांग की। जानकारी के अनुसार राजगढ़ बाईपास रोड पर कृषि भूमि पर कॉलोनी बसी हुई है । यह कृषि भूमि ओसवाल दूगड़ परिवार की 35 बीघा जमीन थी। जिसे उस समय इस परिवार ने स्टाम्प पर बेचान कर दिया और परिवार दूसरी जगह शिफ्ट हो गया। अब वहां पर करीब 100 से अधिक परिवार बिजली व पानी के कनेक्शन लेकर पक्के मकान बनाकर कई वर्षों से रह रहे हैं । उस जमीन पर काबिज लोगों का कहना है कि ओसवाल परिवार ने स्टांप पेपर पर जमीन बेचने के कारण अभी भी जमीन ओसवाल परिवार के नाम ही है। लेकिन भू माफियाओं की नजर उस जमीन पर थी ओर परिवार ने इन लोगो के साथ मिलकर इस जमीन का किसी ओर ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन अपने नाम करवा लिया गया और ग्राम पंचायत ने नामांतरण और इंतकाल चढ़ा दिया। अब इस भूमि पर बसी 100 से अधिक परिवारों को अपने उजड़ने का भय सता रहा है।
 भूमि पर बसे एक पीड़ित ने बताया कि वर्षों पहले दिन रात मेहनत कर पाई पाई जोड़ कर इस भूमि पर जमीन खरीदी और उसी मेहनत के पैसे से एक छोटा सा आशियाना बनाया । अब भू माफिया इस जमीन पर अपना कब्जा कर हमें उजाड़ने की सोच रहे हैं। हम प्रशासन से मांग करते हैं कि जल्द से जल्द इस मामले को संज्ञान में लेकर कार्यवाही करें।
पूर्व सरपंच विनोद प्रजापति ने बताया कि ग्रामपंचायत ने मिलीभगत कर भूमाफियाओं को इस भूमि का फर्जी तरीके से मालिक बन दिया और हजारों लोगों को बेघर होने पर मजबूर कर दिया। जिन लोगो ने सरपंच को अपना अमूल्य मत देकर गांव की जिम्मेदारी दी वही गैरजिम्मेदार बन गया।

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