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चंबल के सिंघम 33 वर्षीय मृदुल कच्छावा अब झुंझुनू के एसपी, चंबल में डकैतों के छुड़ाये छक्के।

 

आईपीएस मृदुल कच्छावा झुंझुनू के नए एसपी होंगे। राजस्थान सरकार ने सोमवार शाम 16 आईपीएस अधिकारियों के तबादला आदेश जारी किए हैं। जिनमें उपायुक्त जयपुर शहर में कार्यरत मृदुल कच्छावा को झुंझुनू एसपी लगाया है । झुंझुनू में कार्यरत एसपी प्रदीप मोहन शर्मा को कमांडेड हाड़ी रानी बटालियन अजमेर लगाया गया है।

33 वर्षीय युवा आईपीएस अधिकारी मृदुल कच्छावा को राजस्थान का सिंघम भी कहा जाता है। एक ऐसा अधिकारी किसने जान की परवाह किए बगैर राजस्थान के चंबल के बीहड़ों से  डकैतों का सफाया कर दिया। जिनका नाम सुनते ही बड़े बड़े अपराधियों के पसीने छूट जाते हैं । जब मृदुल को एसपी के तौर पर पोस्टिंग धौलपुर मिली तो धौलपुर को डकैतो का बोलबाला था। जहां चंबल के बीहड़ों में गुंडाराज था। लेकिन इस दबंग आईपीएस ऑफिसर ने अपनी टीम के साथ सिर्फ 11 महीनों में 45 से अधिक डकैतों और कुख्यात अपराधियों को जेल पहुंचाया। इतना ही नहीं इन्होंने लोक डाउन के दौरान जब लोग अपने घरों में थे तब चंबल के बीहड़ में उतर कर बड़े से बड़े डकैतो का सफाया किया था। जिसके बाद से लोग इनको चंबल के सिंघम कहने लगे।

युवा मृदुल को जब करौली जिले की जिम्मेदारी मिली तो उन्होंने ऑपरेशन क्लीन स्वीप अभियान के तहत स्मेक सप्लायरों का खात्मा किया व बढ़ती अवैध हथियार तस्करी, अज्ञात चोरी, दुष्कर्म, लूट, हत्या जैसे मामलों पर पाबंदी लगाई।

 2015 बैच के कच्छावा दबंग सिंघम छवि के आईपीएस माने जाते हैं। मूलत बीकानेर के गंगाशहर के रहने वाले मृदुल का जन्म 30 अगस्त 1989 को राजस्थान के बीकानेर में एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ और इनकी प्रारंभिक शिक्षा बीकानेर से ही पूरी हुई। इसके बाद उनका परिवार जयपुर आकर रहने लगा। कच्छावा ने जयपुर के कॉमर्स कॉलेज से बीकॉम किया है । बीकॉम के बाद सीए पास कर मुंबई के एक जर्मन बैंक में नौकरी भी की है । फिर नौकरी छोड़ 2011-12 में यूपीएससी की पढ़ाई करने दिल्ली चले गए। 2014 में मृदुल का चयन भारतीय डाक सेवा अधिकारी के तौर पर हो गया, उन्हें यह नौकरी रास नहीं आई और 2015 में मृदुल का 216 वीं रेंक पर आईपीएस में चयन हुआ। राजस्थान कैडर मिला ,भीलवाड़ा में प्रोबेशनल एसपी के तौर पर जनवरी 2017 से जून 2017 तक इनको लगाया गया । इसके बाद गंगानगर में 2018 तक अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रहे। वहाँ से अजमेर में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो में पुलिस अधीक्षक के तौर पर जनवरी 2019 से जुलाई 2019 तक नियुक्ति दी गयी। जिस के बाद पहला जिला धौलपुर मिला। धौलपुर में एसपी रहते हुए काफी काम किया मुख्य रूप से बड़े डकैतो का सफाया किया। करौली पुलिस अधीक्षक पद व जयपुर नियुक्ति के दौरान मृदुल को अपनी बहादुरी ओर अतुलनीय कार्यो के लिए डीजीपी डेस्क से सम्मानित किया जा चुका हैं। वर्तमान में जयपुर शहर में उपायुक्त कार्यलय में कार्यरत थे। जिसके बाद प्रदीप मोहन शर्मा की जगह झुंझुनू की कमान सौंपी गयी हैं।





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