बिजली विभाग का जेब पर डाका:अब फ्यूल सरचार्ज, 4.64 लाख उपभाेक्ताओं काे 7.20 कराेड़ रुपए ज्यादा चुकाने पड़ेंगे।
- बिजली बिलाें में 920 रुपए स्थाई सेवा शुल्क जुड़कर आ रहा है, अब फ्यूल सरचार्ज लगेगा।
अजमेर डिस्काॅम द्वारा स्थाई शुल्क में बढ़ाेतरी के बाद अब फ्यूल सरचार्ज बढ़ाकर बिजली उपभाेक्ताओं काे दाेहरा झटका दिया है। जिसकी जद में आए उपभाेक्ताओं काे तीन महीने के फ्यूल सरचार्ज के नाम 7.20 कराेड़ रुपए का ज्यादा बिल भरना पड़ेगा, जिसका सीधा असर उपभोक्ता की जेब पर पड़ेगा।
जानकारी के अनुसार अजमेर डिस्काॅम पहले से ही चार महीने स्थाई शुल्क का पैसा जाेड़कर एक बिल में 920 रुपए वसूला रहा है। इसके बाद अब फ्यूल सरचार्ज के नाम पर अजमेर डिस्काॅम ने 16 पैसे प्रति यूनिट की बढ़ाेतरी कर दी है। जिससे जिले के 5.27 लाख उपभाेक्ताओं में से कृषि कनेक्शन व बीपीएल उपभोक्ता को छोड़कर 4.64 लाख उपभाेक्ताओं पर इसका सीधा असर पड़ेगा।
उनकाे तीन महीने के फ्यूल सरचार्ज के नाम पर 7.20 कराेड़ रुपए देने पड़ेगे। राज्य सरकार ने भी इसके लिए मंजूरी दे दी है। जिसके बाद हाल ही में जारी बिजली बिलाें में ये राशि जुड़कर आने लग गई है। कुल मिलाकर कोरोना के काल में राहत की जगह यह सरचार्ज लोगों पर भारी पड़ेगा।
महंगी हो रही बिजली : पहले तीन बार वसूल चुके, अब चाैथी बार वसूलेंगे
किसी उपभोक्ता में तीन महीनों में 500 यूनिट बिजली खर्च की ताे 16 पैसे प्रति यूनिट के हिसाब से 80 रुपए फ्यूल सरचार्ज के रूप में वसूले जाएंगे। यह भी दाे बिलाें में 40-40 रुपए के रूप में जुड़कर आएंगे। पिछले वर्ष दिसंबर के बाद से इन 9 महीनों में यह तीसरी बार उपभोक्ताओं से फ्यूल सरचार्ज वसूला जा रहा है। अप्रैल से जून के लिए उपभोक्ताओं पर 28 पैसे यूनिट फ्यूल सरचार्ज लगाया गया, जाे जनवरी के बिल में जुड़कर आया।
फिर मार्च 21 में जुलाई से सितंबर 2020 के लिए 7 पैसे यूनिट फ्यूल सरचार्ज लगाया गया, जाे अप्रैल 21 के बिल में जुड़कर आया। अब अक्टूबर से दिसंबर 2020 के लिए उपभोक्ताओं से 16 पैसे प्रति यूनिट फ्यूल सरचार्ज वसूला जाएगा। जाे सितंबर और अक्टूबर में जुड़कर आएगा।
इससे पहले जनवरी से मार्च 2019 में 28 पैसे, इसी साल अप्रैल से जून में 47 पैसे, फिर जुलाई से सिंतबर में 27 पैसे, अक्टूबर से दिसंबर में 39 पैसे प्रति यूनिट फ्यूल सरचार्ज का भार डाला गया था। बिजली उत्पादन कंपनियाें से डिस्काॅम जब बिजली खरीदने का अनुबंध करती है तब रेट तय हाे जाते है।
इसी बीच काेयले की कीमत, ट्रांसपोर्टेशन डीजल के भाव बढ़ने पर बिजली कंपनियां फ्यूल सरचार्ज बढ़ाने के लिए अपील करती है। बीते महीनाें में काेयला, ट्रांसपाेटेशन और डीजल महंगा हाेने से बिजली बनाने वाली कंपनियों ने राजस्थान विद्युत विनियामक आयाेग में याचिका दायर की। जिसकी सुनवाई के बाद आयाेग का आदेश कंपनियाें व डिस्काॅम काे मिल गया है।
16 पैसे प्रति यूनिट की दर से लिया जाएगा फ्यूल सरचार्ज
जिले में अजमेर डिस्काॅम के 5 लाख 27 हजार उपभाेक्ता है। इसमें 58 हजार कृषि और 5 हजार बीपीएल कनेक्शन हैं। कृषि व बीपीएल उपभोक्ताओं पर फ्यूल सरचार्ज का असर नहीं पड़ेगा। जिले में औसतन 70 लाख यूनिट बिजली की खपत होती है। इसमें 50 लाख यूनिट पर फ्यूल सरचार्ज लगेगा। 16 पैसे प्रति यूनिट के 50 लाख यूनिट के करीब 8 लाख प्रतिदिन और हर महीने 2.40 कराेड़ रुपए के आधार पर 4 लाख 64 हजार उपभोक्ताओं के बिल में तीन महीने के फ्यूल सरचार्ज की राशि 7.20 कराेड़ रुपए अधिक देने हाेंगे।
कृषि और बीपीएल काे छाेड़कर अन्य उपभाेक्ताओं पर भार
- पहले चार महीने का स्थाई शुल्क के नाम अजमेर डिस्काॅम ने अप्रैल, मई, जून और जुलाई महीने के स्थाई शुल्क की राशि बिलाें में जाेड़कर भेजी है। इसमें जिले के 5.27 लाख बिजली उपभाेक्ताओं काे हर बिल पर 920 रुपए का अतिरिक्त चार्ज देना पड़ा। इसमें डिस्काॅम ने पूरे जिले में 48.48 कराेड़ रुपए की राशि वसूलेगा। जाे अगस्त महीने में आए बिजली के बिलाें में जुड़कर आई है।
- स्थाई सेवा शुल्क के 48.48 कराेड़ रुपए वसूलने के बाद अजमेर डिस्काॅम ने 2020 के अक्टूबर, नवंबर और दिसंबर के तीन महीनाें के फ्यूल सरचार्ज की वसूली करने का फैसला लिया है। कृषि और बीपीएल उपभाेक्ताओं काे छाेड़कर अन्य उपभाेक्ताओं काे ये सरचार्ज देना हाेगा। इसमें हर यूनिट के लिए 16 पैसे का सरचार्ज वसूला जाएगा। जिले में 4.64 लाख उपभाेक्ताओं काे 7.20 कराेड़ रुपए चुकाने पड़ेंगे।
- बिजिली की कीमतों पर सरकार का विरोध
- बिजली कीमतों पर सरकार का पहले से ही जनता व विपक्ष द्वारा विरोध किया जा रहा। जिसके बीच मे यह निर्णय इस विरोध में आग में घी डालने जैसा काम करेगा। बिजिली कि दरों पर सरकार को विपक्ष पुरी तरह घेरने को तैयार हैं। मंदी के इस दौर व लॉकडॉउन की मार से आम जनता पहले से ही परेशान है,इस बीच यह भार उपभोक्ताओं की कमर तोड़ने जैसा निर्णय हैं।
फ्यूल सरचार्ज लगाने का फैसला प्रदेश स्तर पर हुआ है। यह आगामी महीनाें के बिल में जुड़कर आएंगे। स्थाई शुल्क एक माह के 230 रुपए आते है। चार माह का जुड़कर आने से बिल बढ़ा है।
- राजेंद्र सिंह शेखावत, एसई डिस्काॅम
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