मलसीसर उपखंड के टमकोर गाँव मे अज्ञात असामाजिक तत्वों का भय बना हुआ है।
सोमवार को टमकोर निवासी लीलाधर कुमावत अपने गाँव के पास के खेत मे बकरियों को लेकर गया था। जहाँ वो अपना कृषि कार्य कर रहा था और बकरियों को चरने के लिए खेत मे खुला छोड़ दिया थोडी देर बाद जब उसने बकरियों को संभाला तो उनमें से एक बकरी गर्दन कटी हुई पड़ी थी ओर गर्दन गायब थी। थोड़ी देर बाद जब वह आसपास के लोगों को बताने के लिए गया ओर वापस आया तो बाकी शरीर भी गायब था। लीलाधर ने बताया कि की आसपास कुछ लोगो के पैरों के निशान भी हैं।
वहीँ गाँव में संचालित गोरक्षा दल चिकित्सालय (ठाठ) में विगत सोमवार रात को कुछ असामाजिक तत्व ताला तोड़कर अंदर घुसे ओर वहाँ कुछ ना मिलने पर वहाँ पशुओं के इलाज के लिए पड़ी दवाई व दवाइयों की बोतल आदि को तोड़ कर चले गए।
गोरक्षा दल के सदस्य उत्तम जैन ने बताया कि इस तरह की घटनाएं आजकल गाँव मे आम हो गयी हैं पहले भी कुछ दिनों पहले मंदिरों में कुछ लोगों ने चोरी की थी जिसमे सोने चाँदी के छत्र ओर दानपत्रों को चोरी कर के ले गये थे जिनके लिए मलसीसर थाने में रिपोर्ट भी दर्ज करवाई थी परन्तु कुछ निष्कर्ष नही निकला। इस तरह की घटनाओं से गाँव का माहौल ख़राब होता हैं और भय भी व्याप्त होता हैं जो आमजन के लिए एक समस्या हैं।
1 टिप्पणियाँ
बेजुबान प्राणी पर अत्याचार व हत्या घोर निंदनीय है गौरक्षा दल द्वारा संचालित पशु चिकित्सालय में तोड़फोड़ व मंदिर में चोरी करना असामाजिक तत्वों द्वारा साम्प्रदायिक तैनाव पैदा करने का प्रयास है
जवाब देंहटाएंप्रशासन द्वारा जांच कर ऐसे लोगों पर पर तुरंत कार्यवाही करनी चाहिए वरना असमाजिक तत्व अपने इरादों में कामयाब हो सकते हैं
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