मलसीसर- ईमानदारी आज भी जीवित है। शुक्रवार को विनोद प्रजापति पूर्व सरपंच मलसीसर ने ईमानदारी का परिचय देकर सड़क पर गिरे बैग को लौटाया बैग में सोने, चांदी गहने, और बिल पर लिखे मोबाइल नंबर के आधार संपर्क कर सोने के गहनों से भरा बैग लौटाकर ईमानदारी का परिचय दिया।
शुक्रवार सुबह को बगड़ झुंझुनू सड़क जा रही बाइक से एक बैग गिरा बाइक के पीछे गाड़ी से जा रहे मलसीसर के भूतपूर्व सरपंच विनोद प्रजापति सपरिवार मलसीसर से वाया मंड्रेला होते हुए बगड़ से झुंझुनू की ओर जा रहे थे। तभी बगड़ अग्रसेन सर्किल से 5 सौ मीटर के पहले विनोद की नजर सड़क पर गिरे बैग पर पड़ी ।बाइक पर सवार व्यक्ति को आवाज देने पर भी बाइक सवार नही रुक तो प्रजापति ने बैग को अपनी गाड़ी में रख बाइक का गाड़ी से झुंझुनू तक पीछा किया परंतु बाइक सवार का कोई आता पता नही लगा ।विनोद प्रजापति ने झुंझुनू कोर्ट पहुंच अपने वकील दोस्त को घटना की जानकारी दी । वकील की मौजूदगी में बैग को खोलकर देखा तो बैग में सोने का हार,4 सोने की चूड़ी, एक मंगल सूत्र,कान की सोने की बाली व चांदी के गहनों से भरा बक्सा मिला बक्से में एक न्यूज पेपर के बिल पर लिखे मोबाइल नम्बर के आधार पर बक्से के मालिक से संपर्क किया व बैग के बारे में जानकारी चाही तो बैग मालिक को गहनों से भरा बैग नही मिलने पर होश उड़ गये । गहनों के बैग सुरक्षित मिलने की सूचना मिलने पर बैग मालिक की जान में जान आई।
बैग लौटाकर ईमानदारी दिखाने वाले विनोद प्रजापति ने बताया बैग देखकर उनके मन में किसी प्रकार का लालच नहीं आया। बल्कि सोचा जिसका बैग है, वह कितना परेशान होगा। ओर तय किया कि जिसका बैग उसको कैसे सुपुर्द किया जाये। विनोद व वकील दोस्त ने बिल में लिखे मोबाइल नम्बर के आधार पर जानकारी जुटाकर से फोन पर बगड़ निवासी उदय कुमार से सम्पर्क कर बैग की जानकारी दी । बैग नही मिलने से उदय कुमार काफी दुखी हुआ। उदय कुमार शर्मा बैग में रखा लगभग 7 से 8 लाख रुपयों के सोने के गहनों से भरा सामान सही सलामत मिलने पर खुशी का ठिकाना नही रह । गहने सही सलामत मिलने की खुशी में उदय कुमार शर्मा ने विनोद प्रजापति को 51 हजार रुपये का इनाम देकर सम्मानित करने का प्रयास किया लेकिन प्रजापति ने ईमानदारी का परिचय देते हुए रुपये लेने से साफ इनकार कर दिया ।विनोद प्रजापति को खुशी इस बात की है कि बैग के मालिक को सही सलामत गहने वापिस मिल गए ।
बगड़ निवासी उदय कुमार शर्मा ने बताया कि तीन चार माह पूर्व मेरी पुत्री मुम्बई से बगड़ आई थी ।आज में गहनों से भरा बैग मेरी पुत्री के ससुराल मुम्बई के लिए बगड़ से बाइक पर सवार होकर झून्झुनू बस पकड़कर जयपुर जाने के लिए घर से निकला रास्ते मे बाइक से बैग कब गिरा मुझे पता ही नही चला ।झून्झुनू बस पकड़ने की जल्दी में बैग के बारे में ध्यान ही नही रहा ।बस रवाना होने ही वाली थी तभी मेरे फोन की घण्टी बाजी तो बैग खोने की जानकारी मिली तब मैंने बस में मेरे समान में नजर डाली तो बैग नही थी । गहनों से भरी बैग मिलने की सूचना पे मैं बस से उतारकर कोर्ट में प्रजापति से मिलकर पुलिस डीएसपी लोकेंद्र कुमार के सामने बैग के बारे पूरी शिनाख्त करवाई । मेरे बताए अनुसार पूरा समान सही सलामत मिलने पर मेरी खुशी का कोई ठिकाना नही है । मैं विनोद प्रजापति का आभारी है जिनकी ईमानदारी की वजह से मेरी बेटी के 8 लाख के गहने सही सलामत मिल सके ।
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